क्या आप भी हमेशा किसी स्पेशल चीज के पीछे भागते रहते हैं? एक बार, ऐसे ही, नदी किनारे 2 मछवारे, मछली पकड़ने गए। दोनों ने कांटा फेंका, और मछली के फसने का इंतजार करने लगे। थोड़ी देर में, एक मछवारे ने ढेरों मछलियां पकड़ लीं। लेकिन दूसरे मछवारे के कांटे में जब भी कोई मछली फसती, वो उसे देखता और कांटे से छुड़ाकर, वापस पानी में फेंक देता।
वो काफी देर तक ऐसा करता रहा। अब पहले मछवारे से रहा नहीं गया, उसने पूछा - तुम ये क्या कर रहे हो। अगर मछली नहीं पकड़नी, तो यहां बैठकर, अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हो। मछवारे ने जवाब दिया - जो भी मछली मेरे कांटे में फंसी, वो बहुत बड़ी थी। मेरे पास छोटा बर्तन है, इसलिए मैं, छोटी मछली ढूंढ रहा हूं, जो उस बर्तन में आसानी से आ जाए। यह सुनकर, दूसरा मछवारा मुस्कुराते हुए बोला, बर्तन छोटा है, तो तुम बड़ी मछली को काटकर भी, उसमें पका सकते हो।
यह कहानी हमें सिखाती है कि हम, जिंदगी में बड़े या मनचाहे मौके की तलाश में, जिन दूसरे अवसरों, को हम ठुकरा देते हैं, वही हमारी मंजिल की सीढ़ी हो सकते हैं।