हम से हर किसी का कोई न कोई दोस्त जरूर होता है। घर, मोहल्ले, स्कूल या ऑफिस में। इसी यारी को समर्पित है आज का दिन। क्योंकि आज दुनियाभर में इंटरनेशनल फ्रेडशिप डे या फ्रेंड्स डे मनाया जा रहा है। हमारी हर सेलिब्रेशन के पीछे कोई न कोई किस्सा या कहानी जरूर होती है। इसकी भी एक दिलचस्प कहानी है। अब से लगभग, 100 साल पहले, 1919 के करीब, ग्रीटिंग कार्ड नेशनल एसोसिएशन ने फ्रेंडशिप डे के नाम से कार्ड बनाने का प्लान बनाया, ताकि ग्रीटिंग कार्ड की सेल बढ़ सके। उन्हें लगा कि दोस्त हर किसी के होते हैं, इसलिए लोग खुशी से उन्हें खरीदेंगे। इसके लिए 1930 में हॉलमार्क कार्ड्स इंक कंपनी ने कार्ड्स के जरिए पहली बार 2 अगस्त को फ्रेंडशिप डे मनाया था। लेकिन ये विचार ज्यादा चला नहीं।
उसके बाद, 30 जुलाई 1958 को एक अंतरराष्ट्रीय संगठन- जिसका नाम था- World Friendship क्रूसेड, उसने दोबारा इस दिन को मनाने का विचार रखा। लेकिन इस दिशा में कुछ खास नहीं हुआ। फिर आया साल 2011, जब आखिरकार यूनाइटेड नेशन ने हर साल 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस मनाने की घोषणा की। हालांकि, कई देश अगस्त के पहले रविवार को ये दिन मनाते हैं। दोस्त, अच्छे और बुरे दोनों समय काम आते हैं। आपकी जिन बातों पर दूसरे भरोसा नहीं करते, या सुनना नहीं चाहते, एक सच्चा दोस्त उसे भी सुनेगा। जब लोग कहते हैं कि आप नहीं कर सकते, बहुत मुश्किल है, वहां पर आपका दोस्त सिर्फ हौसला ही नहीं बढ़ाता, बल्कि कहेगा- चल साथ मिलकर करते हैं। पार्टी, एडवेंचर, साथ में जिम शुरू करना, शरारतें और ढेर सारी मस्ती, यही तो दोस्ती की यादें हैं। जो हमें मीलों दूरी के बावजूद, अपने दोस्तों से दोबारा मिलने को मजबूर कर देती हैं। वाल्टर विनचेल ने कहा था- "जब दुनिया साथ छोड़ देती है, उस वक्त आपका सच्चा दोस्त आपका साथ देता है। अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस पर दोस्ती का जश्न मनाएं, उनके साथ - जिन्होंने भले ही मजे़ के लिए आपके क्रश या दूसरों के सामने आपका मजाक बनाया हो, लेकिन मुसीबत में आधी रात को भी आपकी मदद के लिए आ पहुंचा हो। द रेवोल्यूशन-देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से आप सभी को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं!