रात के भोजन के बाद, आनंद और उसके फैमिली मैंबर, लिविंग एरिया में बैठे थे। तभी अचानक, कंचन अपने पापा को पूछती है- कि जितने भी सफल लोग हैं, क्या कभी उनकी जिंदगी में परेशानियां आई होंगी। या फिर उनकी जिंदगी में, परेशानियां कम होती हैं, इसलिए वो सफल हो जाते हैं। तब उनके पापा ने कहा- परेशानियां तो हर किसी की जिंदगी में आती हैं, लेकिन उनके लिए आपका रिस्पाँस ही, एक फर्क लाता है। जो आपको, सफल बनाता है। अब भगवान राम को ही लें, तो जब उन्हें वनवास जाने का आदेश मिला, तो उन्होंने कहा- कब जाना है। वो ये भी
तो कह सकते थे कि - क्यों जाना है, मैं नहीं जाउंगा। इससे क्या होता- चारों भाइयों में लड़ाई। लेकिन उन्होंने वनवास चुन लिया, ये जानते हुए भी कि जंगल में रहना आसान नहीं होगा। परेशानियों से भगवान, खुद भी नहीं बचे हैं। फर्क सिर्फ इतना है, कि सफल लोग, परेशानियों में भी, सकारात्मकता ढूंढते हैं। और उन्हें, एक अवसर की तरह लेते हैं। इस कहानी का सार ये है की, जो होना है, वो हो के रहेगा। इसलिए आपके साथ क्या बुरा हुआ, उससे ज्यादा जरूरी ये है कि आपने उसका रिस्पाँस कैसे दिया। आपका रिस्पॉन्स ही, डिफरेंस पैदा करता है।