ऐसा क्या किया जाए कि, सब लोग आपकी इज्जत करें और आपके साथ अच्छे से पेश आएं। एक समय की बात है। 10 साल का बच्चा, एक दिन, दुखी होकर, अकेले पहाड़ी रास्ते पर निकल जाता है। रास्ता बहुत तंग था, उसके एक तरफ ऊंचा पहाड़, और दूसरी तरफ खाई थी। वो जा रहा था कि एक बड़े पत्थर से, उसका पैर टकरा गया। उसे चोट लग गई, वो जोर से चिल्लाया- तुम भी, बहुत बुरे हो।
वादियों में उसकी आवाज गूंजती है- कि तुम भी बहुत बुरे हो। वो, चिंता में पड़ गया कि यह कौन है, जो उसे बुरा बोल रहा है। बच्चे ने कहा- तुम कौन हो, उसकी आवाज फिर से गूंजने लगी- तुम कौन हो। अब बच्चे को, और भी गुस्सा आने लगा था। तभी वहां से एक बुजुर्ग गुजर रहा था, वो बच्चे को काफी देर से देख रहा था। बच्चे को समझाने के लिए, उसने जोर से चिल्लाकर कहा- मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं। वादियों में फिर से गूंज सुनाई दी- मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं। यह सुनकर बच्चा हैरत में पड़ गया और बोला- ये कौन है, जो मुझे बुरा बोल रहा है, और तुमसे प्यार करता है।
बुजुर्ग ने कहा- तुम जैसा इसके साथ करोगे, यह वैसा ही तुम्हारे साथ करेगा। बच्चे को बुजुर्ग की बातों पर यकीन नहीं हुआ और अपना डाउट क्लीयर करने के लिए, जोर से चिल्लाया- मैं, तुम्हें बहुत प्यार करता हूं, वादियों से वही आवाज लौटकर आई-मैं, तुम्हें बहुत प्यार करता हूं। यह सुनकर बच्चा खिलखिलाकर हंसने लगा। इस कहानी का मतलब सिर्फ इतना है कि हम, दूसरों के साथ जिस तरीके से पेश आएंगे, चाहे वो अच्छा हो या बुरा, वो लोग भी हमारे साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे।