शाम को, पार्क में खेलने के बाद, आनंद और उसका दोस्त राहुल, घर वापस आ रहे थे। चलते चलते, अचानक उनके बीच, किसी बात को लेकर, बहस हो गई और आनंद ने, राहुल को थप्पड़ मार दिया। राहुल को बहुत दुख हुआ, लेकिन उसने पलट कर कुछ नहीं कहा। बस, वहीं कच्ची सड़क पर, रेत में लिख दिया, 'आज मेरे दोस्त ने, मुझे थप्पड़ मारा।' और दोबारा, दोनों घर की ओर बढ़ने लगे। तभी गली में अचानक, एक कुत्ता उनके पीछे पड़ गया। आनंद तेज भागकर आगे निकल आया, लेकिन कुत्ता, राहुल पर झपट पड़ा। वो सहम गया, रोने लगा, ये देखकर, आनंद भागकर, वापस उसके पास पहुंचा। पास पड़ा एक डंडा उठाया और उस कुत्ते को भगा दिया।
जमीन पर पड़ा राहुल, उठा और उसने एक पत्थर पर लिखा, 'आज मेरे सबसे अच्छे दोस्त ने मेरी जान बचाई।' ये देखकर आनंद ने उसे कहा- जब मैंने तुम्हें थप्पड़ मारा, तब तुमने रेत पर लिखा और अब मैंने तुम्हें बचाया, तो तुमने इस बड़े पत्थर पर लिखा, ऐसा क्यों। राहुल ने जवाब दिया, 'जब कोई हमें दुःख पहुँचाए, तो हमें उसे रेत पर लिख देना चाहिए, मतलब जहाँ से वो मिट सके। लेकिन, जब कोई हमारे लिए कुछ अच्छा करता है, तो हमें उसे पत्थर पर लिख देना चाहिए, ताकि वो कभी ना मिटे। यानी अच्छे का याद रखें, और बुरे को भूल जाएं।