स्टॉक इन्वेस्टमेंट बहुत ट्रेंड में है। आनंद के पापा ने, भी इसे आजमाने का सोचा, ताकि ज्यादा पैसा कमाया जा सके। स्टॉक मार्केट से जुड़ी कई किताबे पढ़ी, कई बड़े-बड़े स्टॉक इन्वेस्टर्स की स्ट्रेटिजी के बारे में जाना। और फिर इन्वेस्टमेंट शुरू कर दी। फायदा तो हुआ, लेकिन कई बार उन्हें नुकसान भी झेलना पड़ा। इस वजह से, वो कई बार तनाव में भी रहे। कुछ ही दिनों में, वो ये समझ गए कि, स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव में, लाइफ को बैलेंस करके रखना, बहुत जरूरी है। अपनी मेंटल और फिजिकल हेल्थ के लिए, उन्होंने योगा और मेडिटेशन का सहारा लिया। फिर सब ऐसे ही चलता रहा। उन्होंने स्टॉक इन्वेस्टमेंट से काफी पैसा कमाया। धीरे-धीरे, उन्होंने खुद की पर्सनल और स्किल डिवेल्पमेंट में पैसा खर्च किया। चैरिटी भी दी। उस पैसे से, कई लोगों की मदद की। वो ये समझ गए
गए कि - इन्वेस्टमेंट सिर्फ पैसा बनाने के बारे में नहीं है, यह अपने और अपने आसपास के लोगों के लिए बेहतर भविष्य बनाने के बारे में भी है। सिर्फ नॉलेज और स्ट्रेटिजी नहीं, बल्कि आपके इरादे भी मायने रखते हैं। एक कीड़े और पक्षी से लेकर, इनसान तक, हर कोई अपनी जिंदगी चला रहा है। अगर लाइफ को बैंलेंस करके चलें, तो पैसे कमाना, मुश्किल नहीं है। फाइनांशियल सक्सेस जरूरी है, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी ये है कि, आप अपने धन का उपयोग कैसे करते हैं।