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National voters day This Post Design By The Revolution Deshbhakt Hindustani

National voters day

साल 1952 में पहले लोकसभा चुनाव में लगभग 104.5 मिलियन रुपये खर्च हुए थे, जबकि 2014 के आम चुनावों में लगभग 38.7 बिलियन रुपए यानी 3,870.3 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। वोटिंग लोकतंत्र का आधार है, और वोट देना हर जिम्मेदार नागरिक का कर्तव्य भी है। साल 1950 में चुनाव आयोग की स्थापना की गई थी, ताकि इलेक्शन प्रोसेस को सही तरीके से चलाया जा सके। उसी दिन की याद में हर साल की तरह, आज पूरा भारत नेशनल वोटर्स डे मना रहा है। आज टूरिज्म डे भी है, यानी हमारे देश की सुंदर डायवर्सिटी को सेलिब्रेट करने का दिन। आज से हमारे नेचुरल एनवायरनमेंट में एक बदलाव देखने को मिलेगा, क्योंकि आज से भारतवर्ष वसंत ऋतु का स्वागत कर रहा है। A-शायद आपको पता हो कि पहला लोकसभा चुनाव 489 सीटों के लिए लड़ा गया था, लेकिन 1977 में इनकी संख्या बढ़ाकर 543 कर दी गई थी। 2014 लोकसभा चुनाव में, पहली बार नोटा की ऑप्शन का यूज किया गया था, जब लगभग 60 लाख वोटर्स ने इलैक्शन में खड़े सभी कैंडिडेट्स को चुनने में सहमति नहीं दिखाई थी। अगर वोटर्स की बात करें, तो 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए 84.3 मिलियन वोटर्स थे। डेमोक्रेसी यानी लोकतंत्र शासन की एक ऐसी व्यवस्था, जो सरकार बनाने और चलाने में प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार देती है। यानी यह ऐसा शासन है, जो जनता के द्वारा, जनता के लिए के लिए चुना जाता है। भारत एक डेमोक्रेटिक देश है, यानी यहां भी वोटिंग द्वारा प्रतिनिधी चुने जाते हैं। तत्कालीन राष्ट्रपति श्रीमति प्रतिभापाटिल ने इसकी शुरुआत की थी, 25 जनवरी 2011 को नेशनल वोटर्स डे घोषित किया, और तभी से भारत हर साल लोकतंत्र के इस सुंदर उत्सव का जश्न मनाता है।

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B-हमारा देश बहुत ही खूबसूरत देश है। स्टेटिस्टा (Statista) के अनुसार, साल 2019 में, लगभग 18 मिलियन इंटरनेशनल टूरिस्ट और एनआरआई भारत आए थे। टूरिज्म सेक्टर, देश की जीडीपी में 9.2% और रोजगार में 8.1% का योगदान देता है। हमारी संस्कृति, हमारा इतिहास और ज्योग्राफिकल डायवर्सिटी हर साल लाखों टूरिस्ट को यहां खींच लाती है। भारत अपने खूबसूरत पर्यटन स्थलों के कारण समूचे विश्व में अपना विशेष स्थान रखने के साथ, हमारी इक्नोमिकल डायवर्सिटी का अहम हिस्सा है। साल 1958 में, सरकार ने भारत में आने वाले पर्यटन के महत्व को महसूस किया और इसलिए पर्यटन के लिए एक अलग टूरिज्म डिपार्टमेंट बनाया गया। यही वजह है कि भारत हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाता है। दुनिया के 7 अजूबों में से एक- ताजमहल भारत में है। अकेले ताजमहल लगभग 6 मिलियन लोगों को आकर्षित करता है, जिससे साल 2018 में 11 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल हुआ। देश में 40 से ज्यादा यूनेस्को हैरिटेज साइट हैं। जम्मू कश्मीर का चिनाब ब्रिज, दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज है। भारत भले ही, दुनिया के सबसे प्रदूषित 13 शहरों का घर है, लेकिन एशिया का सबसे साफ गाँव भी भारत में है, यह मेघालय राज्य में है। दुनिया के सबसे ज्यादा पोस्ट ऑफिस भारत में हैं, 1 लाख से ज्यादा। भारत की डायवर्सिटी, इसके इतिहास का संरक्षण, आम लोगों की आय का जरिया है, इसलिए सरकार इनके संरक्षण करना चाहिए। हर साल किसी ऐसी जगह की यात्रा करें, जहां आप पहले कभी नहीं गए हों। राष्ट्रीय पर्यटन दिवस की शुभकामनाएं!

C-वसंत यानी जश्न का मौसम। इसकी शुरुआत माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी से माना जाता है। वसंत पंचमी पर विद्या, बुद्धि और ज्ञान की देवी- सरस्वती की पूजा और प्रार्थना की जाती है। शास्त्रों के अनुसार जब ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की। बेहद सुंदर होने को बावजूद वो निस्तेज थी, क्योंकि उसमें स्वर और सुर दोनो का अभाव था। भगवान विष्णु के आदेश पर, ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से पृथ्वी पर जल छिड़का। जिससे अद्भुत शक्ति के रूप में एक देवी प्रकट हुई, जिनके एक हाथ में वीणा दूसरे हाथ में मुद्रा तथा अन्य दो हाथों में पुस्तक व माला थी, जिन्हें देवी सरस्वती कहा गया! भगवान ने देवी से वीणा बजाने का आग्रह किया, जिसके कारण सभी जीवों को वाणी, ज्ञान तथा बुद्धि प्राप्त हुई। संगीत की उत्पत्ति के कारण, उन्हें संगीत की देवी के रूप में भी पूजा जाता है। हमारी सभ्यता, लोकतंत्र या फिर समाज से जुडे़ त्योहार चाहे कोई भी हों, सभी का उद्देश्य किसी ना किसी रूप में हमें अपग्रेड करना होता है। इसलिए जरूरी है कि हम लगातार इनसे सीख लेते हुए आगे बढते रहें। द रेवोलुशन देशभक्त हिंदुस्तानी आप सभी से आग्रह करता है कि चुनावों में सीएम और पीएम फेस की जगह, अपने स्थानीय प्रतिनिधि के आधार पर किसी पार्टी को वोट दें, क्योंकि आपकी समस्याओं को वही सुनेगा। नेशनल वोटर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं।