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Infrastructure Development This Post Design By The Revolution Deshbhakt Hindustani

Infrastructure Development

डेवलपमेंट- हमारी लाइफ का प्रोसेस है और बदलाव, प्रकृति का रूल! समय के साथ, हम खुद में कई बदलाव लाकर, और बेहतर होने की कोशिश करते हैं, यही डेवलपमेंट है! डेवलपमेंट के लिए, अगर भारत की बात करें, तो Infrastructure का इसमें, बहुत अहम रोल है! बड़ी-बड़ी इमारतें, फैक्ट्रियां, सड़कें और ट्रांसपोर्ट, सहित, सारा पब्लिक और प्राइवेट इन्फ्रास्ट्रक्चर, हमारी अपलिफ्टमेंट की, एक बड़ी जरूरत है! वास्तव में, Infrastructure, देश की इक्नामिक ग्रोथ और modern civilization की backbone है। आसान शब्दों में कहें, तो इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के बिना, हेल्थ और वेल्थ दोनों ही पॉसिबल नहीं है! वल्र्ड बैंक की रिपोर्ट के अनुसार, अगर भारत अपनी शहरी आबादी की जरूरतों को पूरा करना चाहता है, तो देश को अपने अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर में अगले 15 सालों में 840 बिलियन डॉलर - या एवरेज 55 बिलियन डॉलर, हर साल इन्वेस्ट करना पड़ेगा! इस रिपोर्ट के अनुसार, साल 2036 तक, भारत की जनसंख्या के 40 प्रतिशत लोग, यानी 60 करोड़ लोग, शहरों में, निवास करेंगे! इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हमारी जरूरत है, लेकिन अंधाधुंध कंस्ट्रक्शन, नेचर के साथ भी खिलवाड़ है, वहीं इससे शहरों पर बोझ भी बढ़ रहा है! इसलिए गांवों को डेवलप करके, शहरों के इस बरडन को कम किया जा सकता है! जब लोगों को गांवों में ही अस्पताल, अच्छी एजुकेशन, ला एंड ऑर्डर, और नौकरी जैसी तमाम सुविधाएं मिलेंगी, तो वो शहरों की ओर पलायन नहीं करेंगे! इससे शहरों की बढ़ती जनसंख्या आटोमैटिकली, कंट्रोल हो जाएगी!

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अब सवाल यह उठता है कि गांवों में इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट करेगा कौन? यह, एक लोंग टर्म प्रोसेस है, जिसमें गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर दोनों का योगदान होता है! इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, को एक रिस्की जोन माना जाता है, क्योंकि इसमें बहुत ज्यादा फंड की इन्वॉल्वमेंट रहती है और दूसरी ओर नेचुरल डिजास्टर जैसी कोई भी इमरजेंसी, इस पर नेगेटिव असर डाल सकती है! और यही कारण है कि आरबीआई और कई फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए फंड देने में आनाकानी करते हैं! इसके अलावा कठिन गवर्नमेंट पॉलिसी और नियम कानून, भी इन्वेस्टर्स को इस सेक्टर में, निवेश करने से रोकते हैं! इस सब के बावजूद, देश की तरक्की के लिए गांवों को डेवलप करना सबसे जरूरी है! भारत की majority population गांवों में रहती है! लोग अच्छी नौकरी, एजुकेशन और हेल्थ केयर जैसी कई फैसिलिटी के लिए, शहरों में आ कर रहने लगते हैं! लेकिन यहां भी उन्हें दिक्कतों में सरवाइव करना पड़ता है- अपनो से दूर रहते हैं, भीड़भाड़ वाले प्रदूषित शहरों में आकर अपनी हेल्थ के साथ काम्प्रोमाइज करना पड़ता है! फाइनांशियल स्कोप की कमी, ग्रामीण लोगों के लिए एक बहुत बड़ी मजबूरी है। ऐसे में, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट से गांव में रोजगार बढ़ेगा, लोगों की आय बढ़ेगी, जिससे उनके जीवन स्तर में सुधार होगा और इससे शहरों की खुद ब खुद भीड़ और प्रदूषण कम हो जाएगा! दुबई, सिंगापुर से जैसे छोटे देश, सिर्फ अपने एक आग्रेनाइज्ड और वैल प्लान्ड, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की वजह से पॉपुलर हैं! और अब यही इन्फ्रास्ट्रक्चर उनकी इनकम का भी जरिया है!

एक unorganized शहरीकरण का नुकसान हमने कोविड -19 महामारी में देख लिया है! गांवों की तुलना में, शहरों की भीड़ में लोग ज्यादा संक्रमित हुए! इतना ही नहीं, लोगों की नौकरियां छूट गईं और उन्हें गांवों लौटना पड़ा! वास्तव में, इस महामारी ने भी हमें सोशल डिस्टेंसिंग की अहमियत सिखाई है! और यह सोशल डिस्टेंसिंग यानी दूरियां, हमें, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में भी ध्यान रखनी होंगी, ताकि, भविष्य में कोविड-19 के जैसी कोई बीमारी आती है, तो लोग गांवों में उपलब्ध, रिसोर्सेज का यूज करके, अपनी आजीविका कमा सकें! जैसा कोविड में हुआ, वैसे लोगों को, नौकरी छोड़कर इधर-उधर न भागना पड़े! इसके अलावा, रूरल डेवलपमेंट, एग्रीकल्चर सेक्टर और फूड इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी Opportunity हो सकती है! गांधी जी ने कहा था कि, ‘‘गांव वालों को आधुनिक मशीनों और औजारों का उपयोग करने में कोई आपत्ति नहीं होगी, जिन्हें वे बना सकते हैं और अफोर्ड भी कर सकते हैं।’’ अपने पूरे परिवार के साथ शहर में आकर रहना, हर किसी के लिए पॉसिबल नहीं है! ज्यादातर लोग अपने बीवी-बच्चों के साथ, शहर में आकर बस जाते हैं, और उनके माता-पिता और बाकी फैमिली गांव में ही रह जाती है! इसलिए, जब लोगों को गांव में, हर फेसिलिटी मिल जाएगी, तो वो क्यों, शहरों में अकेले आकर सरवाइव करेंगे! Job करना, खुद खाना पकाना, और कभी मूड ठीक नहीं, तो पास में बात करने के लिए कोई नहीं है! जब उनके परिवार गांवों में है, तो जाहिर सी बात है, वो अपने पूरे परिवार में रहना पसंद करेंगे और इससे आटोमैटिकली, Joint फैमिली का ट्रेंड बढ़ेगा!