हमारा देश सुरक्षित रहे, हम अपने घरों में सुरक्षित रहें, इसके लिए हमारी तीनों सेनाएं दिन-रात सरहदों पर रहती हैं। समुद्री रास्तों से अक्सर तस्करी के दृश्य आपने फिल्मों में तो जरूर देखें होंगे। उसी तस्करी को रोकने का काम करता है- भारतीय तटरक्षक यानी इंडियन कोस्ट गार्ड। आज इंडियन कोस्ट गार्ड अपना 45वां स्थापना दिवस मना रहा है। आज ही से शुरू हो रहा है- इंटरनेशनल फ्रैंडशिप मंथ- एक खूबसूरत रिश्ते यानी दोस्ती की सेलिब्रेशन का महीना। A-1 फरवरी, 1977 को भारतीय तट रक्षक अस्तित्व में आया और औपचारिक रूप से 18 अगस्त 1978 को एक स्वतंत्र सशस्त्र बल बना। इंडियन कोस्ट गार्ड ने अपने गठन के समय, सिर्फ 2 नौसेना फ़्रिगट और 5 गश्ती नौकाओं के साथ अपने सफर की शुरुआत की थी, और आज इसके पास 158 जहाज और 70 एयरक्राफ्ट हैं। वर्तमान में आईसीजी के पास, 42 कोस्ट गार्ड स्टेशन, 5 कोस्ट गार्ड एयर स्टेशन और 10 एयर एनक्लेव हैं। भारत की, लगभग 7500 किलोमीटर समुद्री सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी इंडियन कोस्ट गार्ड, यानी भारतीय तटरक्षक की होती है। दुनिया के चौथे सबसे बड़ा तटरक्षक बल- इंडियन कोस्ट गार्ड देश की सुरक्षा में अहम रोल निभाता है। हर साल एक फरवरी को इंडियन कोस्ट गार्ड डे मनाया जाता है। 70 के दशक तक भारत में समुद्र के रास्ते तस्करी बहुत बढ गई थी, जिसके कारण हमारी अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड रहा था। रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला तटरक्षक बल भारतीय नौसेना की तरह ही काम करता है। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समुद्री अधिनियमों का पालन करवाना है। साथ ही मछुआरों की समस्याओं को हल करना, आपदा के समय उनका बचाव करना भी इनकी जिम्मेदारी में शामिल है।
भारतीय समुद्र तट नौ राज्यों - गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दो केंद्र शासित प्रदेशों - दमन और दीव और पुडुचेरी को छूता है। इस सशस्त्र बल ने, पिछले एक साल में समुद्र में 1,200 से ज्यादा और अपनी स्थापना से अब तक 11,000 से ज्यादा लोगों की जान बचाई है। उनके योगदान के लिए, हम तटरक्षक बल को सलाम करते हैं। B-रिश्ते बनाना मानव मन का स्वभाव है, सामाजिक प्राणी होने के नाते हम सदा नए संबधों की तलाश में रहते हैं। यूं तो बहुत से रिश्ते हमें जन्म के साथ ही मिल जाते हैं, पर दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है, जो अक्सर खून के रिश्तों से भी बढ़कर बन जाता है। फरवरी में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय मैत्री माह के दौरान हम इसी मित्रता और साथ की भावना का जश्न मनाते हैं। क्या दोस्तों के बिना, आप अपनी जिंदगी की कल्पना कर सकते हैं, शायद नहीं। ब्रेकअप और जंक फूड पार्टी से लेकर, डरावनी फिल्में देखते समय हाथ पकडकर डर का सामना करने जैसे, न जाने कितने ही दोस्ती के किस्से, आपके पास भी होंगे। दुख से बाहर निकलना हो, या फिर अपनी खुशियों को सेलिब्रेट करना हो, दोस्तों के बिना पॉसिबल नहीं है।
आपके ब्रेकअप पर हंसने वाले, आपके बुलाने पर कहीं भी पहुंच जाने वाले दोस्त, कोई मंदी में, शेयरिंग करे, कोई हर किसी की जानकारी रखने वाला खबरी या फिर कोई ऐसा, जो आपकी हर खराब सिचुएशन को सही कर दे। जो भी है, लेकिन हर एक फ्रेंड जरूरी होता है। सच तो ये है कि न केवल व्यक्तिगत, पर बल्कि विश्व स्तर भी हमें दोस्तों की जरूरत है। दुनिया आज मुश्किल समय से जूझ रही है, हमें अब अंतरराष्ट्रीय एकजुटता की पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है। वैश्विक समृद्धि के लिए राष्ट्रों और उनके नागरिकों के बीच दोस्ती आवश्यक है, और भाईचारे और समानता की इस भावना का जश्न मनाना इस दिन का मुख्य सार है। अक्सर ऐसा होता है कि जैसे-जैसे हम बडे़ होते हैं, हमारे दोस्तों से कनेक्शन टूटते जाते हैं। घर-परिवार की जिम्मेदारियां, नौकरी की जद्दोजहद में हम भूल जाते हैं कि उन रिश्तों को जो कभी हमारी जान हुआ करते थे। स्टडी से पता चला है कि लोगों के साथ आपके खुशमिजाज रिश्ते आपकी सेहत पर उतना ही पॉजीटिव असर डालते हैं, जितना कि न्यट्रीशियंस खाना। दोस्ती के इस महीने आप भी उन रिश्तों को फिर से जिंदा करें, जो कहीं पीछे छूट गए हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया के जमाने में, दूरियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। दोस्ती के इस जश्न को आप भी मनाइए धूमधाम से, पर उन्हें भी याद रखें, जो हमारे इन रिश्तों को सुरक्षा देते हैं। यानी हमारी सशस्त्र सेनाएं। द रेवोलूशन -देशभक्त हिंदुस्तानी की ओर से आप सभी को इंडियन कोस्ट गार्ड डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।